गरियाबंद जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3से युवा वर्ग से इंद्रजीत महाडीक ने की ऐतिहासिक जीत दर्ज,आम जनता का मिला पूर्ण समर्थन,किया जनता का आभार व्यक्त - Savdha chhattisgarh
ad inner footer

गरियाबंद जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3से युवा वर्ग से इंद्रजीत महाडीक ने की ऐतिहासिक जीत दर्ज,आम जनता का मिला पूर्ण समर्थन,किया जनता का आभार व्यक्त


 परमेश्वर कुमार साहू @गरियाबंद।त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में हुए मतदान में आखिरकार दिग्गजों को मतदाताओं के फैसले के आगे घुटने टेकने पड़े खासकर गरियाबंद जिले के विकासखंड फिंगेश्वर के तीनो जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र में से भाजपा ने दो क्षेत्र क्रमांक 01 और क्षेत्र क्रमांक 02 पर कब्जा करने में सफलता हासिल की तो सबसे हॉट सीट कहे जाने वाले क्षेत्र क्रमांक 03 जहां भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी चंद्रशेखर साहू को हार का सामना करना पड़ा इनके अलावा यहां से कांग्रेस अधिकृत प्रकाश साहू और जनपद उपाध्यक्ष फिंगेश्वर योगेश साहू की शाख-दांव पर लगी थी। ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में क्षेत्र क्रमांक 03 के सबसे कम उम्र की युवा 24 वर्षीय इंद्रजीत महाडिक ने जीत हासिल कर अपने वर्चस्व का झंडा गाड़ दिया है।


चुनावी फिजा में जिस तरह से पहले ही बता दिया गया था कि इस बार क्षेत्र क्रमांक 03 में बदलाव की जो लहर और हवा चल रही है वह अच्छे-अच्छे को धूल चटाएगी और आखिरकार वही हुआ दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा ।युवा प्रत्याशी इंद्रजीत महाडिक को मतदाताओं और क्षेत्र की जनता की अपार प्यार दुलार और समर्थन हासिल हुआ बैलगाड़ी छाप छाप पर मुहर लगा कर मतदाताओं ने अपना नेता बनाया । इस बार का चुनावी माहौल ऐसा था कि हर किसी के जुबान पर केवल बदलाव, बदलाव और बदलाव की हवा चल रहा था।

जिसे कोई समझ नहीं पाए पर बदलाव का हीं नतीजा है कि योग्य प्रत्याशियों को यहां मौका मिला जिसमें , भाजपा अधिकृत चंद्रशेखर साहू 2 नंबर पे रहे, जनपद उपाध्यक्ष फिंगेश्वर योगेश साहू की 3 नंबर पे रहे और करारी हार हुई,तो कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी प्रकाश साहू को मतदाताओं को रास नहीं आया और 4 नंबर पर फेंक दिया, 5 वे नंबर पर आनंद मतावले रहे।सबसे बड़ी बात जनपद उपाध्यक्ष योगेश साहू का खेला गया पैतरा यहां कोई काम नहीं आया। ऐन चुनाव के पहले नगर पंचायत कोपरा से नाम कटवा कर ग्राम पंचायत भेड्री में किरायानामा बनाकर नाम जुड़वाया था। यहां उसकी कोई रणनीति नहीं चली सब धरे के धरे रह गई आज के मतदाता यह अच्छी तरीका से जानता है की कौन नेता कितने गहरे पानी में है आखिरकार 7 प्रत्याशियों को मुंह की खानी पड़ी और युवा इंद्रजीत महाडिक ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर कम समय में कम उम्र में अपना लोहा मनवाया है। और उनके इस पहले चुनावी कदम की सफलता देखते हुए । राजनीतिक जानकार आगे इनके बड़े राजनीतिक भविष्य होने की बात कह रहे हैं ।

और इस बड़ी जीत के विजेता इंद्रजीत महाडिक ने कहा कि यह जीत केवल मेरी नहीं है ।यह मेरे मतदाताओं भाई बहन और मेरे क्षेत्र की जनता, और मेरे कार्यकताओ की जीत है। जिस तरह क्षेत्र के मतदाताओं का अपार प्यार , दुलार ,स्नेह, मिला और मां जतमई और मां घटारानी वा बड़े बुजुर्गों का विशेष आशीर्वाद से इस बार सेवा का जो मौका मिला है। उसके लिए मैं आप सब को दिल से धन्यवाद और आभार प्रकट करता हु।

Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads