सरपंच खुद अतिक्रमकारी,गरीबों पर कर रहे है अत्याचारी,मामला ग्राम पंचायत पाण्डुका का,गरीबों का आशियाना उजड़ा, पीड़ितों ने जिला प्रशासन से न्याय की लगाई गुहार
तहसीलदार ने गरीबों पर ढाया कहर, तहसीलदार पर पक्षपात करने का लगा आरोप
परमेश्वर कुमार साहू @गरियाबंद।जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा के ग्राम पंचायत पाण्डुका में कालोनी के पीछे स्थित गरीबों के मकान पर बुलडोजर चला कर उसके मुकाम को तोड़ दिया गया। जिसके वजह से सभी गरीब परिवार आज किराए के मकान पर रहने मजबूर है। एक तरफ सरकार गरीब परिवारों को आवास की सुवधा मुहैया करा रहे है। तो दूसरी ओर उसके मकान पर बुलडोजर चला कर उसके आशियाने को तोड़कर उसे बेघर कर रहे हैं। जबकि इन गरीबों के पास उनके अलावा तक किसी भी प्रकार से आवास नहीं है और आज बेघर होकर गरीब परिवार बेबस की जिंदगी जीने मजबूर है। जिसको लेकर इन परिवारों ने जिला प्रशासन जिला न्यायाधीश से न्याय की गुहार लगाकर मदद मांगी है और उचित कार्रवाई की मांग की गई है। मामले में आपको बता दे की ग्राम पंचायत पांडुका के सरपंच द्वारा पंचायती राज अधिनियम के विपरीत कार्य करते हुए खुद अतिक्रमण कर मकान निर्माण किया है जिस पर तहसीलदार द्वारा किसी प्रकार से कोई कार्रवाई नहीं की गई है और रसूखदार द्वारा भी उनके द्वारा भी बड़े-बड़े भवन निर्माण कर अतिक्रमण कर निर्माण किया गया है जहां प्रशासन उन पर कोई ठोस कार्रवाई न करना सवालों के घेरे मे है।जो लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। नतीजा यह लगता है कि प्रशासन रसूखदार पर मेहरबान है। वही जिन पीड़ित परिवार के मकान पर बुलडोजर चला कर कहर ढहाए गया उसे किसी भी प्रकार से नोटिस चस्पा नहीं की गई। पीड़ितों ने अपना दुखड़ा रोते हुए मीडिया को बताया कि हमें किसी प्रकार से आखिरी नोटिस नहीं दी गई और जबरदस्ती थाना ले गया और कार्रवाई की गई उन्होंने बताया कि मजदूर है किसी भी प्रकार से छोटी-मोटी कार्य कर अपने घर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं इसके अतिरिक्त हमारा और किसी भी प्रकार से मकान नहीं है। तो वही मामले को लेकर छुरा तहसीलदार से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।मामले में जिलाधीश को भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।

