सत्ता संगठन और राजनीतिक गलियारों से दूर क्षेत्रीय विधायक से लेकर जनप्रतिनिधि और नेताओ को आम जनता की समस्याओं से नही है कोई सरोकार,केवल कार्यकर्मों में आयोजन और भूमिपूजन में शामिल होकर मीडिया में सुर्खियां बटोरने तक है सीमित - Savdha chhattisgarh
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सत्ता संगठन और राजनीतिक गलियारों से दूर क्षेत्रीय विधायक से लेकर जनप्रतिनिधि और नेताओ को आम जनता की समस्याओं से नही है कोई सरोकार,केवल कार्यकर्मों में आयोजन और भूमिपूजन में शामिल होकर मीडिया में सुर्खियां बटोरने तक है सीमित

 .जनहित के मुद्दे तो नही उठा पा रहे है केवल आयोजनों में लगा रहे है भाषणों की झड़ियां,जनता की समस्याओं से नही है कोई सरोकार, भ्रष्टाचार का बढ़ रहा है लगातार ग्राफ,आखिर मीडिया की खबरों को संज्ञान में क्यों नहीं लेते बड़ा सवाल,कौन है जिम्मेदार...


परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।
जनता ने जिस उद्देश्य से अपना प्रतिनिधि चुना वे जिम्मेदार केवल कार्यक्रमों में भाषणों और भूमिपूजन तक सीमित रह गया है।सत्ता संगठन से दूर इन्हे आम जनता की समस्याओ से कोई सरोकार नहीं है।जिसके चलते इनकी किरकिरी होना स्वाभाविक  है और आगामी चुनाव में जनता इन्हे सिरे से नकारने में लगे है।राजिम विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे महत्वपूर्ण मांगे है जो वर्षो बितने के बावजूद भी पूर्ण नही हो पाया।जनता एक दशक से विकास की राह देख रहे है लेकिन ये राह केवल इंतजार की घड़ियों में तब्दील हो गया।लेकिन आजादी के दशकों  बाद भी पूर्ण नही हो पाया।राजनीतिक नेता केवल अपना निज स्वार्थ पूर्ण रोटी सेंकने में लगे।सड़क विभाग से लेकर सिंचाई विभाग सहित अनेकों विभाग में करोड़ो की लागत से अनेक विकास व निर्माण कार्य हो रहे हैजिसमे जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है।जिस पर किसी भी जिम्मेदार ने कभी सुध नहीं लिया।क्षेत्र के बच्चो के लिए कोई उच्च शिक्षा की व्यवस्था नही है।उच्च शिक्षा के लिए इन्हे 25 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।जिस वजह विद्यार्थी बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते है।लेकिन इन जिम्मेदारों को इनकी भविष्य की कोई चिंता नहीं है। ऐसे कई दर्जनों समस्या है जिसको पूर्ण करने की मांग क्षेत्र की जनता कर रहे है।लेकिन इन मांगों के प्रति किसी को भी कोई सरोकार नहीं है।क्षेत्र की समस्या को लेकर हम लगातार जनता की आवाज बुलंद करते रहेंगे और जनप्रतिनिधियों को उनका कर्तव्य याद दिलाते रहेंगे।क्योंकि जिम्मेदार राजनीतिक गलियारों में अपना दायित्व भूलकर अफसरशाही के सामने नतमस्तक हो चले है।

आपको बता दे की राजिम से छुरा मुख्य मार्ग की चौड़ीकरण की मांग क्षेत्रीय जनता वर्षो से कर रहे है।लेकिन इसको भी पूरा करने में जिम्मेदार जनप्रतिनिधी पूरी तरह से नाकाम साबित हुए है।उक्त मार्ग बड़े बड़े गढ्ढे और चुनौती से भरा हुआ है।लेकिन नेता लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि नेता लोग तो मर्सरीज और लग्जरी गाड़ी में सफर करते है।इन्हे इन गाड़ियों में रास्ता का सफर से कोई फर्क तो नही पड़ता लेकिन मुश्किलों से भरा रास्ता भी दिखाई नही पड़ता।क्षेत्र में ऐसे कई मामले है जिस पर कभी भी जनप्रतिनिधियों ने कभी नजर नहीं घुमाया।

अब जनता इन नेताओ और जनप्रतिनिधि को इस बार के चुनाव में सिरे से नकारते हुए कोसने में लगे है।क्योंकि राजिम विधानसभा क्षेत्र में अव्यवस्थाओं का आलम है और नौकरशाही ज्यादा हावी हो चला है।जनता के सेवक ही जनता के प्रति कोई सरोकार नहीं रख रहे है और आम जनता को को ही दफ्तर के चक्कर कटवा रहे है।वही राजिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमितेश शुक्ल के कार्यों पर भी सवाल खड़ा कर रहे है।क्योंकि विधायक जी जनहित के मुद्दे उठाने और उसे सुलझाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुए है।कहने को तो विधायक अमितेश शुक्ल अपने आपको किरवई ग्राम का निवासी और क्षेत्र की जनता को अपना परिवार बताते हुए नही थकते लेकिन वास्तविकता बहुत कवड़ा है।विधायक जी अपना मुख्यालय छोड़कर राजधानी रायपुर में निवास करते है।अब कोई गरीब जनता अपनी समस्या लेकर शहर के भूलभुलया में कैसे जा पाएंगे ये सबसे बड़ा सवाल है।लेकिन इतना तो जरूर है की इस बार के विधानसभा चुनाव में जनता भी पावर दिखाकर परिवर्तन करने के मूड में साफ दिख रहा है।

इस मामले को लेकर राजिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमितेश शुक्ल को तीन बार उनके फोन नंबर में कॉल कर उनका पक्ष जानने और क्षेत्र की समस्याओ को अवगत कराने का प्रयास किया गया।लेकिन उनका नंबर व्यस्त आया।

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