छुरा में स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन के नाक नीचे हो रहा है अवैध क्लीनिक का संचालन,डिग्री बंगाल की और झोलाछाप बंगाली डॉक्टर छुरा में खुलेआम नियमो को ठेंगा दिखाकर कर रहे है वर्षो से अवैध क्लीनिक का संचालन,फिर भी हौसला बुलंद इतना की किसी का खौफ नहीं,आखिर किसका संरक्षण ,पढ़े पूरी खबर...
परमेश्वर कुमार साहू@छुरा।इन दिनों स्वास्थ विभाग में कुकुरमुत्ते की तरह झोलाछाप डॉक्टर पनप रहे है।जिसमे स्वास्थ विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की सह पर गांव-गांव,गली-गली झोलाछाप डाक्टरों ने अपना दुकान खोल रखा है।कहने को तो इन पर कार्यवाही के लिए नर्सिंग होम एक्ट की टीम बना है लेकिन इन्हे सरकार के महत्वपूर्ण कार्य और कानून के नियमो की पालन कराने सहित सरकारी गाड़ी में सरकार का डीजल पेट्रोल बर्बाद कर सड़क नापने के साथ कुर्सी में बैठे-बैठे तनख्वाह लेने के अलावा इनके पास कुछ काम नहीं है।जिसके चलते स्वास्थ विभाग में अवैध कार्य लगातार अपना चरम सीमा पार कर लोगो के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहा है और अवैध गतिविधि में संलिप्त लोगो का व्यापार विभाग की देखरेख में खूब फल फूल रहा है।
गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा मुख्यालय में ही बंगाली डॉक्टर दीनबंधु विश्वदीप 20 वर्षो से अवैध रूप से क्लीनिक खोलकर मरीजों का लगातार इलाज कर रहे है।इसके पास झोलाछाप की डिग्री बंगाल की है और यहा छुरा में गरियाबंद जिला प्रशासन के बिना अनुमति और नर्सिंग होम एक्ट के सारे नियमो को ताक में रखकर खुलेआम इलाज कर रहे है।जिस पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों की कभी नजर नहीं पड़ी और न ही इस ओर कभी ध्यान दिया।कहने को छुरा अनुविभाग है जहा एसडीएम कार्यालय है और तहसलीदार,बीएमओ सहित दर्जनों नेता छुरा में भरे पड़े है।लेकिन स्थानीय प्रशासन को इन अवैध को रोकने में दिलचस्पी तो दूर कार्यालय में ही ठीक से नही बैठते।ये वही अधिकारी है जिसे नियम पालन कराने की अहम जिम्मेदारी है पर खुद जब ये नियम का पालन नही कर पा रहे है तो दूसरो को क्या नियम का पालन कराएंगे।ये काम करे या न करे इन्हे तो बस इनका वेतन समय पर मिल ही जाता है।छुरा ब्लॉक में ब्लॉक मुख्यालय सहित मडेली, खडमा,कुरूद,पांडूका, पोंड सांकरा,कुटेना, रसेला, रानीपरतेवा,रजनकटा,अतरमरा,कोसमी,लोहझर,पंक्तियां,बहमनी सहित प्रत्येक गांव में झोलाछाप डॉक्टरों का ग्राफ है।जो लोगो की स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करने में लगे है और हर बीमारी का विशेषज्ञ बनकर विभाग के नाक नीचे मरीजों के हर बीमारी का इलाज कर मरीजों को खूब लूट रहे है।इन झोलाछाप डॉक्टरों का हौसला इतना बुलंद है की इनको किसी का भी डर नही है।अब सवाल ये की कब जागेगा प्रशासन और कब सुधरेगी व्यवस्था?
जब मामले को लेकर बंगाली डॉक्टर को हमारी मीडिया की टीम ने क्लीनिक संचालन संबधी सवाल किया तो उक्त झोलाछाप डॉक्टर दीनबंधु विश्वदीप ने धौंस दिखाते हुए कहा की तुमको जो करना है लो,मुझे कोई फर्क नही पड़ता।अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की ये अवैध काम करने के बाद भी इतना बेखौफ क्यों हो रहे है।