महासमुंद जिले के ग्राम कोना में नल जल योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्य में ठेकेदार कर रहे है नियमो की अनदेखी,बिजली विभाग की सह पर निर्माण कार्य में उपयोग हो रहा है चोरी की बिजली
महासमुंद ।शासन द्वारा नल जल योजना के तहत करोड़ो अरबों की राशि खर्च कर पानी टंकी निर्माण पाइप विस्तार कर प्रत्येक व्यक्ति के घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने बेहतरीन पहल किया जा रहा है।जिसके तहत हर गांव में पानी टंकी और पाइप विस्तार का कार्य हो रहा है।जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया से निर्माण कार्य हो रहा है।लेकिन इस निर्माण कार्य में ठेकेदारों द्वारा एक बड़ी लापरवाही बरत रहे है।
महासमुंद जिला मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत बकमा के आश्रित ग्राम कोना में लाखो रूपए की लागत से बन रहे पानी टंकी व पाइप विस्तार कार्य में ठेकेदार द्वारा नियमो की अनेदेखी कर अभी तक किसी भी प्रकार से नागरिक सूचना बोर्ड नही लगाया है।जबकि शासन प्रशासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए है की कोई भी शासकीय निर्माण व विकास कार्य स्थल पर कार्य प्रारंभ होने से पहले नागरिक सूचना बोर्ड लगाया जाए।ताकि जनता को पता चले की शासन उनके लिए कौन सी योजना के तहत क्या कार्य करवा रहे है और कितनी राशि खर्च कर रहे है।
ग्राम कोना में बन रहे पानी टंकी व पाइप विस्तार कार्य के लिए महासमुंद के राहुल चंद्राकर को टेंडर मिला है।जिसके द्वारा शासन के नियमो के उलट कार्य करते हुए किसी भी प्रकार से सूचना बोर्ड कार्य स्थल पर लगाना जरूरी नहीं समझा।जबकि पानी टंकी बनकर तैयार हो गया है और पाइप विस्तार का कार्य जारी है।वही उक्त निर्माण कार्य के लिए ठेकेदार द्वारा मनमानी करते हुए चोरी का बिजली इस्तेमाल कर रहा है।निर्माण स्थल के पास में स्थित ट्रांसफार्मर से डायरेक्ट कनेक्शन लेकर ट्यूबवेल में इस्तेमाल कर रहे है।जबकि विद्युत विभाग द्वारा किसी भी प्रकार से कनेक्शन नहीं दिया गया है। लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी बिजली चोरी को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे है।महासमुंद कनिष्ठ यंत्री कार्यालय के अंतर्गत भारी लापरवाही बरत रहे है।जिसके चलते जगह जगह अवैध विद्युत कनेक्शन की भरमार है। कही ऐसा तो नहीं की बिजली विभाग की सह पर अवैध विद्युत कनेक्शन और बिजली चोरी का खेल चल रहा हो ?बिजली विभाग में कई ऐसे और गंभीर मामला है जिसको लेकर मीडिया द्वारा पड़ताल किया जा रहा है ।जिसको जल्द ही उजागर किया जाएगा। इस बारे में वहा मौजूद ठेकेदार के सुपरवाइजर से जानकारी लेने पर बताया की विद्युत कनेक्शन के लिए विभाग को सभी जरूरी दस्तावेज दे दिया गया है।6 माह होने के बाद भी विभाग द्वारा कनेक्शन नहीं दिया गया है।जिसके कारण डायरेक्ट कनेक्शन लेकर काम चला रहे है।
वही इस बारे में ठेकेदार राहुल चंद्राकर से पूछे जाने पर उन्होंने निर्माण स्थल नागरिक सूचना बोर्ड जल्द लगाने की बात किए और विद्युत कनेक्शन के लिए विभाग को सभी दस्तावेज पहले से ही जमा करने की जानकारी दिया।