प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बना गरियाबंद जिले में भ्रष्टाचार का गढ़,सब इंजीनियर रवि शंकर देवांगन के भ्रष्ट नीति में हो रहा नियम के विपरीत काम
.पुराने पुल को बिना तोड़े कर दिया नया इशू,लाखो करोड़ों का घोटाला ,आखिर कितना कमीशन लेते है एसडीओ और इंजीनियर पढ़े पूरी खबर..
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और पीडब्ल्यूडी विभाग की तमाम सड़को का हाल बेहाल हो गया है।भले ही विभाग व शासन लोगो को फर्राटेदार सड़क देने का ढिंढोरा पीट रहा हो।लेकिन ये केवल कहने तक ही समित है और सड़को का काम केवल दस्तावेजों बस की शोभा बढ़ा रही है।ठेकेदारों द्वारा सड़क निर्माण में जमकर अनियमितता बरतते हुए गुणवत्ताहीन सड़को का निर्माण कर लाखो करोड़ो का भ्रष्टाचार करने में लगे है।जिसका खामियाजा आम जनता को भोगना पड़ रहा है।इस पूरे मामले में विभाग के आला अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।
गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य छुरा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत दर्जनों से अधिक सड़क निर्माण हो रहा है और पीडब्ल्यूडी से निर्मित सड़को की स्थिति भयावह है।सड़को का निर्माण हुए साल भर भी नही है और अभी से ही जगह-जगह भ्रष्टचार की दरारे साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। मडेली से छुरा जाने वाले मार्ग का निर्माण हुए साल भी नही हुआ और अभी से ही सड़क में जगह जगह दरार आ गया है।इस सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा जमकर अनियमितता बरतते हुए साइड सोल्डर में कुछ भी काम नहीं किए है।उक्त मार्ग में झाड़ियां और खरपतवार ने अपना कब्जा जमा लिया है।जिससे ये मार्ग पूर्ण रूप से संकरा हो गया है।जो राहगीरों को खुलेआम मौत का निमंत्रण दे रहा है।अगर कोई चारपहिया गाड़ी आमने सामने आ जाता है तो उसको आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे है।लेकिन ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में स्टिमेंट को दरकिनार कर कमीशनखोरी करने घटिया सड़क का निर्माण किए है और सड़क निर्माण को केवल थूक पालिश कर लीपापोती कर दिए है।बता दे की ठेकेदार द्वारा साइड सोल्डर में केवल खानापूर्ति का बस काम किए है और निर्माण कार्य में चोरी का मुरूम उपयोग किए है।जिसके चलते सड़क की गुणवत्ता और मजबूती पर सवाल खड़ा हो रहा है।जबकि समय समय सड़क और साइड सोल्डर की मेंटेंस की जिम्मेदारी ठेकेदार और विभाग की है।लेकिन इन गैरजिम्मेदारो के ऊपर आज तक कोई ठोस कार्यवाही नही होने से इसके हौसले लागतार बुलंद होते जा रहा है।नतीजन जिम्मेदार मनमानी करने पर उतारू हो गए है।वही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जिम्मेदार सब इंजीनियर रवि शंकर देवांगन के द्वारा किसी भी प्रकार सड़क निर्माण का इंसफेक्शन नहीं किया जा रहा है।वर्तमान में कई सड़क का निर्माण जन मन योजना के तहत चल रही है ।जो घटिया तरीके से चल रहा है।जिसमे विभाग द्वारा बड़ी लापरवाही बरत रहे है।क्योंकि वो खुद भ्रष्ट कार्य में संलिप्त है। जिले के सभी ब्लॉक में उसका कार्य चल रहा है लेकिन ठेकेदार और विभाग नियम के विपरीत कार्य कर केवल पैसा कमाने के चक्कर में है।जिसके चलते आम जनता को शासन की योजना का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।यही हाल पूरे ब्लॉक भर में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए विभाग के सब इंजीनियर को जिम्मेदारी थी।लेकिन एक लंबे समय से एक ही जगह जमे अधिकारी अपने कर्तव्यों के विपरित कार्य कर भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण देकर खुद कमीशनखोरी में लगे है।जिससे शासन की योजना को पलीता लग रहा है।
यही हाल राजिम से छुरा मुख्य मार्ग की है।जहा राहगीर सर में कफन बांधकर चलता है।जगह जगह गड्ढे और झाड़ियां राहगीरों के परेशानियों के साथ दुर्घटना का कारण बनते जा रहा है।आपको बताना चाहेंगे की राजिम से छुरा मुख्य मार्ग व्यस्त सड़को में शुमार है।क्षेत्र की जनता इस मार्ग की चौड़ीकरण की मांग वर्षो से करते आ रहे है।लेकिन आज तक जनता की मांग कभी पूरा नहीं हो पाया।इस ओर क्षेत्रीय विधायक सहित किसी भी जन प्रतिनिधि व नेताओ को सुध नहीं है।ये केवल कार्यकर्मों में भाषण मारने और भूमिपूजन जैसे कार्यक्रमों तक ही सीमित है।सत्ता संगठन के आलावा लोगो की समस्याओं को झांकने तक की फुर्सत नही है।जिससे इनकी किरकिरी होना स्वाभाविक है।वही मामले को लेकर सड़क विभाग के मुख्य अधिकारियों को सब इंजीनियर के और ठेकेदार के खिलाफ उचित जांच कर कार्रवाई की लिखित शिकायत हुआ है।मामले को लेकर पक्ष जानने सब इंजीनियर रवि शंकर देवांगन को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।