गरियाबंद जिला आबकारी विभाग और फिंगेश्वर थाना के जिम्मेदारों के सह पर चल रहा है अवैध जहरीली शराब बनाने का काम,लोगो के स्वास्थ के साथ खुलेआम खिलवाड़,कलेक्टर भी जानकार है अंजान
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।जिले भर में इन दिनों खुलेआम अमानक महुवा शराब की बिक्री अपने शबाब पर है।जिस पर लगाम लगाने में गरियाबंद जिला आबकारी विभाग फिंगेश्वर थाना पूर्ण रूप से नाकाम साबित हुआ है।आबकारी विभाग और फिंगेश्वर थाना मॉनिटरिंग के नाम पर शासन का डीजल पेट्रोल बर्बाद कर केवल सड़क नापने का काम कर रहे है।विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को आम जनता के प्रति कोई सरोकार नहीं है।जिसके चलते अवैध महुआ शराब का गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है।नतीजन स्कूली बच्चे, युवा,नौजवान,बुजुर्ग सहित महिला भी शराब के आदि हो रहे है।लेकिन विभाग द्वारा किसी भी प्रकार से कोई ठोस कार्यवाही नही होने से इन शराब कोचियों के हौसले बुलंद है और ये भी कहने से बाज नहीं आ रहा है की पुलिस से लेकर आबकारी विभाग हमारा कुछ नही बिगाड़ सकता।हद तो तब हो जाती है जब थाना मुख्यालय से महज एक किलोमीटर दूर फिंगेश्वर के पुराने बस स्टैंड में गोवा, प्लेन,मसाला जैसे शराब ब्लैक में चौक चौराहे में बिक रहा है।ऐसा नहीं कि इस बारे में थानेदार को जानकारी न हो। फिंगेश्वर थाने के सह पर शराब का अवैध कारबोर खूब फल फूल रहा है।जिस पर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुए है।जिसकी शिकायत पुलिश महानिदेशक से लिखित में हुआ है।
गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर थाना क्षेत्र में आने वाले दो दर्जन से अधिक गांवों में जहरीली महुवा शराब बनाकर लोगो को परोसा जा रहा है।इन लोगो के द्वारा अधिक पैसे के लालच में शराब बनाने के लिए केमिकल और विभिन्न तरह के दवाइयों का उपयोग किया जा रहा है।जो लोगो के जान के लिए आफत बन गया है। जिस अवैध गतिविधि को रोकने किसी भी प्रकार से प्रयास नहीं कर रहे है।वही फिंगेश्वर थाना द्वारा शराब तो जरूर पकड़ते है लेकिन मोटी रकम लेकर छोड़ देते है।लेकिन आबकारी विभाग जिसको अवैध महुवा शराब पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी है वो अपने कर्तव्य के विपरीत कार्य कर कुंभकर्णी निद्रा में है और फिंगेश्वर थाना के कर्मचारी शराब के नाम पर और लोगों की जिंदगी बर्बाद कर करोड़पति बनने का सपना देख रहे है।अब सवाल ये है आखिर कब जागेगा प्रशासन और कब सुधरेगी व्यवस्था।क्योंकि इन लोगों को आम जनता और उसके परिवार के प्रति कोई चिंता नहीं है।वही जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को भी सरोकार नहीं है।जब कोई पत्रकार मामले पर खबर चलाते है तो उक्त जिम्मेदार के द्वारा अपना आपसी दुश्मनी निकालने से भी बाज नहीं आते है।अब देखना होगा कि खबर के बाद शराब भेजने वाले पर मॉनिटरिंग करेंगे या पर उलटा मिडिया को फिर से धमकी मिलेगी