आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा के ग्राम पंचायत सांकरा में रीपा योजना में भारी गड़बड़ी,शासन द्वारा महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार देने दिए गए राशि में सरपंच,सचिव ने डाला कई लाखों का डांका - Savdha chhattisgarh
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आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा के ग्राम पंचायत सांकरा में रीपा योजना में भारी गड़बड़ी,शासन द्वारा महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार देने दिए गए राशि में सरपंच,सचिव ने डाला कई लाखों का डांका

सालों से जमे है भ्रष्ट सचिव,तबादला नीति का खुलेआम उल्लंघन,जिम्मेदार  साधे है चुप्पी, इंद्रावती भवन नया रायपुर में हुआ है लिखित शिकायत ,जल्द होगा जांच पढ़े पूरी खबर..


परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद
।रीपा (RIPA) योजना, जिसे महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क योजना के नाम से भी जाना जाता है, छत्तीसगढ़ सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है. यह योजना ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर केंद्रित है. रीपा योजना के मुख्य पहलू ग्रामीण औद्योगिक पार्क रीपा योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क स्थापित किए जाएंगे जहां विभिन्न प्रकार की उत्पादन इकाइयां स्थापित की जाएंगी


लेकिन गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा के ग्राम पंचायत सांकरा रीपा योजना को पलीता लगाकर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कर शासन को चुना लगाने का कार्य कर रहा है।गौरतलब है शासन रीपा जैसे अति महत्वपूर्ण योजना बनाकर ग्रामीण क्षेत्र में बिहान से जुड़े महिलाओं सहित आसपास के युवाओं को रोजगार देने भरसक प्रयास कर रहे है।पर जिला सहित स्थानीय प्रशासन और पंचायत के सरपंच सचिव निर्माण कार्य और योजना में भ्रष्ट नीति को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे है।बताना लाजमी है कि ग्राम पंचायत सांकरा स्थित आजीवका भवन जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीवका मिशन के तहत है वहां रीपा योजना के लिए दो करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है।परंतु निर्माण कार्य एजेंसी द्वारा लापरवाही बरतते हुए गुणवत्ताहीन निमार्ण कार्य कर कई लाखों की राशि फर्जी बिल के माध्यम से आहरण कर लिए है और अभी तक किसी भी प्रकार से कोई स्वरोजगार स्थापित नहीं हुआ है।जिससे शासन की योजना पूरी तरह से फैल होता नजर आ रहा है।

क्या है योजना पूरी योजना का फार्मूला 

कौशल विकास:

इन इकाइयों में काम करने वाले लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे अपने काम में कुशल हो सकें और बेहतर उत्पाद बना सकें. 

बाजार लिंकेज:

रीपा योजना में उत्पादों के लिए बाजार की तलाश और उन्हें बेचने में भी मदद की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उत्पाद आसानी से बिक सकें. 

वित्तीय सहायता:

सरकार द्वारा इन इकाइयों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी ताकि वे सुचारू रूप से चल सकें. 

सिंगल विंडो क्लीयरेंस:

योजना के तहत, इकाइयों को शुरू करने के लिए आवश्यक मंजूरी प्राप्त करने के लिए एक ही स्थान पर सुविधा प्रदान की जाएगी. 

रीपा योजना का लक्ष्य:

ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना:

रीपा योजना का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है।स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना यह योजना स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और उनकी बिक्री बढ़ाने में मदद करेगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना है।रीपा योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना है, जिससे पलायन को कम किया जा सके।वही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगी।वही इस योजना में बड़ा झोलमाल नजर आ रहे है और अधिकारी अपने बयान देने से बचते नजर आ रहे है।जिसके उच्च स्तरीय जांच के लिए इंद्रावती भवन नया रायपुर को लिखित शिकायत हो चुका है।जल्द ही भ्रष्टाचार का खुलासा होगा।वही बिहान के अंतर्गत सालों से फर्जी बिल के माध्यम से क्लस्टर के पदाधिकारियों द्वारा भी राशि आहरण कर रहे उसको भी जनमानस के समक्ष लाएंगे,जिसका सारा सबूत मीडिया के हाथ लगा है।वही इस मामले पर पूर्व सीईओ व वर्तमान एडिशन सीईओ ने कहा कि ये मेरे कार्यकाल का कार्य नहीं है।और आपको पुनः बता दे कि भ्रष्टाचार पर ग्राम पंचायत कुरूद का भी जांच होना होना है जिसने वैश्विक महामारी कोरोना में ग्राम विकास की राशि को फर्जी बिल से आहरण कर शासन और आम जनता को चुना लगाने का कार्य किए है।

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