गरियाबंद जिले में श्रम विभाग फर्जी काम को बखूबी दे रहा है अंजाम, विभागीय जिम्मेदार अधिकारीयो और दलालों की मिलीभगत से श्रम विभाग का हो रहा है संचालन
Monday, 28 July 2025
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श्रम कार्ड के नाम पर मची है जमकर लुट 5000 से 10000 हजार में हो रहा है पंजीयन,योजनाओं के नाम पर भी विभाग का कमीशन,आखिर इसका जिम्मेदार कौन
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।गरियाबंद श्रम विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार के अधीन एक सरकारी विभाग है जो श्रमिकों के कल्याण और अधिकारों की रक्षा के लिए काम करता है। यह विभाग विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से श्रमिकों को सहायता प्रदान करता है, जैसे कि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल और असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल।जो इसके अंतर्गत कई योजना बनाई गई है।जिसके लिए पात्र हितग्राही को पंजीयन कराना होता है।लेकिन सरकार को नुकसान पहुंचाने की नियत से श्रम विभाग गरियाबंद द्वारा दलालों के माध्यम से लाखो की राशि कमाने अपात्र लोगों का भी पंजीयन किया जा रहा है।जिसमे श्रम पदाधिकारी की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।पंजीयन के लिए विभाग द्वारा दलाल नियुक्त किया गया है जो पंजीयन के नाम पर 5000 से 10000 की राशि आम जनता से वसूल रहे है।ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी जिला प्रशासन को न हो।जिला प्रशासन के नाक के नीचे अवैध वसूली का कारोबार खूब खेल जा रहा है।वही पंजीयन के बाद भी योजना के लाभ लेने के लिए हितग्राही को आधा पैसा योजना का देना पड़ा रहा है।इस तरह का घिनौना खेल गरियाबंद श्रम विभाग में जमकर अधिकारी,कर्मचारी और दलाल साथ में मिलकर खूब खेल रहे है।जिस पर अंकुश लगाने जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधि पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे है। हितग्राहीयो ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 5000 हजार में श्रम विभाग में पंजीयन कराए है।छात्रवृति से लेकर हर योजना की राशि में आधा पैसा देना पड़ता है।वही मामले को लेकर लेबर ऑफिसर अलेन मिंज को जानकारी लेने फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।
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