गरियाबंद जिले में प्रशासन शून्य और जनप्रतिनिधि वसूली में मशगुल - गणेश साहू
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद। क्षेत्र के समाजसेवी और किसान नेता गणेश साहू ने गरियाबंद जिले में प्रशासन की निष्कृयता पर सवाल खड़े करते हुए प्रदेश की सबसे निकम्मी और लचर व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि जिले को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। पूरे गरियाबंद जिले में प्रशासन कही पर भी काम करता दिखाई नही पड़ता है। गाँव-गाँव में समस्याओं का अंबार लगा है और जिले की जनता अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए विभाग दर विभाग चक्कर काटने मजबूर है। किसी भी विभाग में समस्या लेकर क्षेत्र की जनता सरकारी आफिस में जाता है तो सबसे पहले उसे सुविधा शुल्क की मांग की जाती है जो आज आम बात हो गई है।
समाजसेवी श्री साहू क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें पैसे बटोरने में लगा कमीशनबाज की संज्ञा देते हुए राजिम विधायक पर अनेक गंभीर आरोप लगाये है। हर पंचायत और हर विभाग से वसूली किये जाने का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए बताया कि जब जनप्रतिनिधि ही ऐसे कृत्यों में शामिल हो तो अधिकारी और कर्मचारी कोई भी काम मुफ्त में क्यो करेगे? आखिर उन्हें ऊपर तक हिस्सेदारी जो देनी है।
समाजसेवी श्री साहू ने आज अपने निवास पर पत्रकारों के एक समूह से चर्चा में बताया कि कमोबेश पूरे प्रदेश में ऐसी ही हालत है जिसमें ग्रामीण और खासकर गरीब जनता को प्रशासन में बैठे हुए निठल्ले और निकम्मे अफसरों के रवैये से रोज ही दो-चार होना पड़ रहा है। सरकारी अफसरों के बाबू खुलेआम पैसे मागते देखे जा सकते है। भ्रष्ट्राचार पूरे जिले ही नही पूरे प्रदेश में अपने चरम पर है। प्रशासनिक अफसरों पर राज्य शासन का कोई नियंत्रण नही रह गया है। उन्होने मुख्यमुत्री विष्णुदेव साय को अनुभवहीन मुख्यमंत्री बताते हुए प्रशासन पर किसी भी प्रकार के पकड़ नही होने का आरोप लगाया है।
आगेश्री साहू ने बताया कि गरियाबंद जिले ही नही पूरे छ.ग. राज्य में अफसरशाही हावी है जो प्रदेश की जनता को दोनों हाथ से लूटने में लगी है। पूरे प्रदेश की जनता मोदी के नाम पर वोट देते है जिसका फसल काटने में स्थानीय नेता और अफसर पूरे प्राणप्रण से लगे हुए है। ऐसे ही अन्य अनेक आरोपो की झड़ी लगाते हुए श्री साहू ने प्रदेश की जनता को एक बार फिर अपने रौद्र रूप का दर्शन सत्तापक्ष को कराने का आग्रह किया है। नगरीय निकाय और पंचायत के आगामी चुनाव में ऐसे निकम्मे और जनता के लिए बोझ बनते जा रहे शासन तंत्र को सबक सिखाने जनता तैयार बैठी है। मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है सोचकर प्रदेश की जनता ने अपना जनादेश दिया है जिस प्रदेश सरकार अपनी उपलब्धि के रूप में ना देखे नही तो स्थानीय निकाय में सुपड़ा साफ हो जावेगा।