महासमुंद जिले के ग्राम नर्रा में आरएचओ कर रहा है अवैध काम,नर्सिंग होम एक्ट के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाकर कर जिम्मेदार कर रहे है क्लिनिक का संचालन - Savdha chhattisgarh
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महासमुंद जिले के ग्राम नर्रा में आरएचओ कर रहा है अवैध काम,नर्सिंग होम एक्ट के सारे नियमों की धज्जियां उड़ाकर कर जिम्मेदार कर रहे है क्लिनिक का संचालन


परमेश्वर कुमार साहू@
महासमुंद।  जिले में अवैध क्लिनिक,पैथोलॉजी और अवैध हॉस्पिटल का गोरखधंधा इन दिनों खूब फल फूल रहा है जिसमें विभाग की जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता जिसके चलते गांव गांव गली गली और मोहल्ले झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान खूब चल रहा है और कुकुरमुत्ते की तरह स्वास्थ विभाग के अवैध कारोबारी खूब पनप रहे है।उसके बावजूद भी जिम्मेदार कुंभकरण निद्रा में सोए हुए हैं ।लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले स्वास्थ्य के अवैध कारोबारयो पर लगाम लगाने में महासमुंद जिला प्रशासन पूरी तरीके से नाकाम साबित हुआ है। नतीजन आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खुले आम खिलवाड़ हो रहा है।मामला जिले के आखिरी छोर पर स्थित ग्राम नर्रा का है जहा जिम्मेदार पद पर पदस्थ स्वास्थ अधिकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए क्लिनिक का संचालन कर रहे है। आपको बता दे की बागबाहरा स्वास्थ विभाग अन्तर्गत पदस्थ सितेश दीवान जो ग्रामीण स्वास्थ संयोजक के पद पर है इसके द्वारा खुद नियमों को दरकिनार कर खुद का क्लिनिक खुलेआम संचालन किया जा रहा है।जिसकी लगातार शिकायत मिलने से जब मीडिया की टीम पड़ताल के गया तो उसके क्लीनिक संभालने वाले व्यक्ति के द्वारा जबरन मीडिया की कार को रोकने का प्रयास किया गया और शराबी और राह में गुजर रहे दी दर्जन से अधिक लोगो को बुलाकर मीडिया के कार्य में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया गया।जबकि ख़बर कवरेज में एक महिला पत्रकार भी मौजूद था। पुन बता दे की उक्त सरकारी डॉक्टर के द्वारा नियम को ठेंगा दिखाकर गैरकानूनी ठंग से क्लीनिक का संचानन कर रहे है।किसी भी प्रकार से कार्यवाही न होने इसके हौसले बुलंद है।जब मामले का पड़ताल किया गया तो एक बारहवी पास युवा उक्त क्लिनिक में मौजूद थे। जो किसी पैकरा एमएमबीएस डॉक्टर को फोन कर बुला रहे थे और लगातार  मीडिया के कार्य में हस्तक्षेप कर महिला पत्रकार के साथ उलुल जुलूल सवाल जवाब कर रास्ता रोककर लोगी का भीड़ बढ़ाकर डराने का प्रयास कर रहे थे।जिससे जान पड़ता है की स्वास्थ विभाग इनसे मिला जुला है।जिसके चलते इसके हौसले बुलंद है ।वही मामले को लेकर सीतेश दीवान सहित जिला स्वास्थ्य अधिकारी को भी संपर्क किया गया लेकिन किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं किया।

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