भू जल संरक्षण विभाग द्वारा चले रहे तालाब निर्माण कार्य में मौके पर मौजूद और अपने आपको विभाग का कर्मचारी बताने वाले थानेश्वर दुबे ने मीडिया के सवाल पर कहा,मुझसे पंगा ले रहे हो बर्बाद हो जाओगे,पहले अपने आपको भू जल विभाग का कर्मचारी बताया फिर टाइमपीपर,लेकिन वो है केवल एक मेट,आखिर मेट के पास भी इतनी पावर कहा से जो मिडियाकर्मियों को बर्बाद करने की धमकी दे डाला
.विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य में बरती जा रही है भारी कोताही,जंगल में घोटाला करने विभाग की गिद्ध नजर की लग रही है जानकारी,अब उसके गुर्गे कह रहे है की छुरा के लोकल आदमी से पंगा न ले नही तो उसका रहना मुश्किल हो जायेगा.
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।गरियाबंद।जिले के छुरा ब्लॉक में आखिरी छोर में भू जल संरक्षण विभाग द्वारा द्वारा लाखो की लागत से जंगल के अंदर तालाब का निर्माण कराया जा रहा है।जिसमे निर्माण कार्य में जेसीबी और ट्रैक्टर का उपयोग हो रहा है।शासन द्वारा जल संरक्षण और संवर्धन की दिशा में अनेक प्रयास कर भू जल संरक्षण विभाग को लाखो करोड़ो की राशि दे रहे है।लेकिन विभाग में सालो से जमे अधिकारी केवल भ्रष्टाचार को अंजाम देकर केवल अपना झोली भरने ने लगे है।विभाग के कई ऐसे कारनामे है जिसमे आम जनता भी अनजान है।मामले की पड़ताल करने जब मीडिया की टीम मौके पर पहुंचा तो वहा पर स्थित स्टाफ से लेकर, जेसीबी और टैक्टर ड्राइवर से लेकर मजदूर महुआ दारू के फूल सबाब पर थे और मछली पार्टी में मशगूल थे।जब निर्माण कार्य के बारे में जानकारी लेना चाहा तो वही पर एक अधेड़ व्यक्ति मौजूद थे।जिसका नाम थानेश्वर दुबे है।जो ग्राम खरखरा का निवासी है।जिसको निर्माण कार्य के बारे में मीडिया द्वारा जानकारी लेना चाहा।जिस पर वो पहले अपने आपको भू जल संरक्षण विभाग का कर्मचारी बताया,फिर सिंचाई विभाग का टाइमपिपर,तो कभी भू जल संरक्षण विभाग के एक अधिकारी दीवान के अंदर में 20 साल से मजदूरी में का काम करने बताया।वो व्यक्ति भी दारू के नशे में मशगूल थे।फिर सवाल सुनकर अचानक तिलमिला गए और मीडिया को कहने लगे की मुझसे पंगा लोगो तो बर्बाद हो जावोगो,फिर वहा पर स्थित मजदूर भी शराब का पावर दिखाते हुए पत्रकारों का फोटो खींचने लगे और विवाद करने पर उतारू हो गए।इस तरह का वाकया भू जल संरक्षण विभाग द्वारा जंगल के बीच में चल रहे निर्माण कार्य स्थल पर देखने को मिला।जब मीडिया की टीम मौके से निकल गए।उसके बाद एक अनजान नंबर से फोन आया और अपने कृत्ययो को लेकर मौके पर हुए दुर्व्यवहार को लेकर माफी मांगने लगे।वही निर्माण कार्य को लेकर संबधित विभाग के अधिकारी को भी फोन करके जानकारी लेने का प्रयास किया गया।लेकिन उन्होंने स्वास्थगत कारणों से हॉस्पिटल में होने की बात कहे।
मामले में आपको बता दे की जिस व्यक्ति ने मिडियाकर्मियो को बर्बाद करने की धमकी दिया उसके बारे में सिंचाई विभाग के एसडीओ पंच भावे जी बात करने बताया की वो एक मेट का काम करते है।वही हेमंत तिवारी नाम के व्यक्ति ने भी हमे फोन किया और अपने आपको छतीसगढी फिल्म का डायरेक्टर बताते हुए थानेश्वर दुबे को अपना रिश्तेदार बताया व मामले की जानकारी लेते हुए मिलकर बात करने बात कहने लगे।जिसका फोन काटने पर अलग अलग नंबर से फोन कर मिलने का आग्रह करने लगे और मामले में समझौता करने की बात करने लगे।जिसे हमारे द्वारा सिरे से नकारने पर कहने लगे की आपकी मर्जी।वही उक्त व्यक्ति छुरा नगर में पत्रकारों के खिलाफ थाने में शिकायत करने की बात कहते भी फिर रहे है व ये भी कह रहे है छुरा के लोकल आदमी से पंगा न ले नही तो छुरा में रहना मुश्किल हो जायेगा।इस पूरे मामले की पड़ताल में हमारी टीम द्वारा स्टिंग आपरेशन किया गया था।जिसका एक एक फुटेज हमारे पास कैमरे में कैद हुआ है व सुरक्षित है।जिससे साफ है की थानेश्वर दुबे और विभाग की करतूतों को दबाने कई तरह का प्रपंच करने से भी बाज नहीं आ रहे है।लेकिन मीडिया हमेशा की तरह निष्पक्ष और बेबाक खबर बिना दबाव के कवरेज करते रहेगा और लापरवाहो की करतूत को हमेशा शासन प्रशासन और आम जनता के बीच लाते रहेगा।वही अब कुछ चाटुकार लोगो को मामलों में खबर कवरेज राश नही आ रहा है और निष्पक्ष काम करने वाले पत्रकार पर षड्यंत्र करने में लगे है।