पाण्डुका में नियमो को ताक में रखकर संचालित सिद्धि विनायक क्लीनिक के संचालक ने खबर छापने वाले मीडियाकर्मी को दी जेल भेजने की धमकी ,कहा तू बहुत उचक रहा है,मेरा डिग्री पूरे इंडिया में प्रसिद्ध है
.नर्सिंग होम एक्ट और उच्च न्यायालय के नियमो की उड़ा रहे है खुलेआम धज्जियां, हर बीमारी को ठीक करने के साथ शराब छुड़ाने का भी दावा.
Savadhan chhattishgrah@ गरियाबंद। जिले में बाजार की तरह झोलाछाप डाक्टरों ने अपना दुकान सजा रखा है।विभाग की तरफ से कोई उचित कार्यवाही न होने से इनके हौसले इतने बुलंद है की खबर कवरेज करने वाले पत्रकारों को फर्जी बताने के साथ साथ जेल भेजने की धमकी देने से भी गुरेज नहीं करते है।चोरी भी और सीनाजोरी इन झोलाछाप डॉक्टरों से देखने को मिलता है।एमबीबीएस की तर्ज पर हर प्रकार की बीमारियों का इलाज का दावा करने के साथ साथ शराब छुड़वाने का भी पूरा दावा करते है।सारे नियम कायदा कानून को ताक में रखकर संचालित पाण्डुका के सिद्धि विनायक क्लीनिक का संचालन विभाग के नाक के नीचे हो रहा है।लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर झांकने तक की फुर्सत नही।इस मामले को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशन किया गया था।जिसके बाद खबर से बौखलाए इस क्लीनिक के संचालक द्वारा व्हाटशाप में मेसेज के माध्यम से दुर्व्यवहार पूर्ण बात कर जेल भेजने की धमकी दिया और अपने आपको वैध व मामले को उजागर करने वाले को अवैध बताते हुए दुर्व्यवहार करने में लगे है।आपको बता दे की पाण्डुका स्थित चारो धाम चौक में थानेश्वर साहू द्वारा श्री सिद्धि विनायक मेडिकल का संचालन कर रहे है जिसकी आड़ में नर्सिंग होम एक्ट कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए क्लीनिक भी खोल रखा है।जिसको जिला चिक्तिसा विभाग द्वारा किसी भी प्रकार से परमिशन नही दिया गया है।जिसे नियमो को ताक में रखकर बेधड़क संचालन कर रहे है।
वही एक निजी हॉस्पिटल व हर बीमारी के विशेषज्ञ बनकर बड़े से बड़े बीमारी के इलाज का दावा भी कर रहे है और अखबारों की प्रतियों में बकायदा पांपलेट भी वितरण करवाते है।जिसमे पेट रोग,लिवर की बीमारी,पीलिया की बीमारी,शराब छुड़वाना, बवासीर, हर्निया,पथरी,किडनी,शुगर, अंडकोश में सूजन जैसे गंभीर बीमारी के इलाज का दावा करते हुए स्त्री रोग विशेषज्ञ बताते हुए अपने आपको जाने माने डॉक्टर बताने से भी नही थकते।जिसकी शिकायत लगातार क्षेत्र के लोगो से मिल रहा था।जिसकी जानकारी विभाग से लेने पर इस क्लीनिक को किसी भी प्रकार से परमिशन नही मिलने की जानकारी मिला है।इसके बावजूद भी क्लीनिक के संचालक द्वारा धौंस दिखाकर क्लीनिक का संचालन कर रहे है और अपना करतूत छुपाने खबर कवरेज करने वाले मीडियाकर्मी को अभद्र व्यवहार और मेसेज व फोन कर उल्टा नसीहत देने में लगे है।उक्त क्लीनिक के संचालक ने पहले मीडिया को जेल भेजने की धमकी दी फिर फोन कर जो बात उस पर एक नजर डालते है ...
हेलो, परमेश्वर साहू बोल रहे हो क्या,मै डॉक्टर थानेश्वर साहू बोल रहा हूं, चारो धाम चौक पाण्डुका से।आपसे मिलना था।अरे यार ये सब मत डालो न ये सब जबरदस्ती क्यों डाल रहे हो।ये सब अच्छा नहीं है ,पढ़े लिखे लोगो के साथ ।पंजीयन हुआ है की नही हुआ ये पहले पता कर लेते मेरा तो पंजीयन हो चुका है। ऑनलाइन पूरा पंजीयन हो चुका है, पावती वगरैह सब कुछ है मेरे पास चालान दीदी सब कुछ है मेरे पास ।नोडल अधिकारी से भी मेरा बात हो गया है।लाइसेंस तुरंत प्रदान नही करते ।मेरा ऑनलाइन आवेदन हो चुका है।ये तो विभाग का काम है ,आप क्यों छाप रहे हो आपका काम नही है ,ये तो विभाग का काम है ।लेख ऐसा थोड़े लिखते है ऐसे में तो एमएमबीएस डॉक्टर और गोवरमेंट हॉस्पिटल को भी बंद कर देना चाहिए। साढ़े पांच साल पढ़ाई किए है हम।देखिए आप हेल्थ डिपार्टमेंट के बारे में ज्यादा नही जानते।एक सज्जन पुरुष के बारे में जाने बिना और विभाग में बिना बात किए आप कैसे खबर छाप दिए। ऐसे में तो 17 हजार आवेदन स्वास्थ विभाग में पेंडिग है तो सबके पास जाकर कार्यवाही करो।हम इतना साल पढ़ाई किए है तो हम लोग बेवकूफ हो जाते है।खबर छापने से पहले आपको व्यक्तिगत तौर पर आकर मिलना चाहिए।आप नर्सिंग होम एक्ट नही जानते।मै भी लिख सकता हु की आप नकली हो फर्जी हो तो आपको कैसा लगेगा।आप क्या काम करते हो क्या नही करते हो मुझे सब पता है।पुलिस को भी बता दिया हू आपके बारे में।अगर मेरे लिए कुछ करेंगे तो आपके लिए हानिकारक है।पत्रकारिता क्या होता क्या नही होता है मुझे पता है।
वर्जन
सिद्धि विनायक क्लीनिक के नाम से हमारे विभाग में पंजीयन हुआ है ये जानकारी तो मेरे नालेज में नही है।अगर नियम के विरुद्ध संचालित हो रहा है तो आप बिल्कुल शिकायत कर सकते हो।
कीर्तन साहू,बीएमओ ,छुरा