पटेल समाज ने समाज सुधारक महात्मा ज्योतिम्बा फूले को पुण्य तिथि पर याद किया। - Savdha chhattisgarh
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पटेल समाज ने समाज सुधारक महात्मा ज्योतिम्बा फूले को पुण्य तिथि पर याद किया।

 


Sawdhan chhatisgarh news@राजिम
- पटेल समाज राजिम तहसील के तत्वावधान में महान समाज सुधारक ज्योतिम्बा फुले जी का पुण्यतिथि मनाया गया।उक्त अवसर पर याद कर उनके चित्र पर पूजा अर्चना व  माल्यार्पण  उक्त अवसर पर जिला अध्यक्ष सोमनाथ पटेल, तहसील अध्यक्ष नन्दकुमार पटेल,  राज कोषाध्यक्ष कैलाश पटेल, राज उपाध्यक्ष दामोदर पटेल, तहसील कार्यकारी अध्यक्ष अजय पटेल, तहसील कार्यलय सचिव भुखन पटेल, युवा प्रकोष्ठ जिला कार्यकारी अध्यक्ष किशोर पटेल,  युवा प्रकोष्ठ से रमेश पटेल, देवेन्द्र पटेल,कमल पटेल, अजय पटेल , गणेश पटेल आदि मुख्य रूप से उपस्थित हुये।

 उक्त अवसर पर जिला अध्यक्ष सोमनाथ पटेल ने कहा कि महात्मा ज्योतिम्बा फुले का जन्म 1827 में पूना के एक माली मरार परिवार में हुवा था। समाज के इस पिछड़े एवम समझे जाने वाले परिवार में जन्मे ज्योतिम्बा मानव एवम मानव के बीच होने वाले अंतर को देखकर अत्यंत दुखी होते थे। वे एक ऐसे परिवार से थे जहाँ पड़ना लिखना, कोसो दूर की बात थी। ज्योतिम्बा के पिता अपने बच्चों को पढ़ना चाहते थे। घोर सामाजिक विरोधों के बीच भी उन्होंने अपने इस बालक ज्योतिम्बा को पढ़ाना चाहा, 21 वर्ष की अवस्था मे उनका विवाह अनपढ़ सावित्री बाई से कर दिया गया, यधपि सावित्री बाई अनपढ़ थी। तथापि वह शिक्षा के महत्त्व को समझती थी। अपने पति के हर सामाजिक कार्य मे उनकी सक्रियता इसी बात को प्रदर्शित करती थी।

        तहसील अध्यक्ष नन्दकुमार पटेल ने कहा कि ज्योतिम्बा फूले के सामाजिक कार्यो को याद करते हुये कहा कि ज्योतिम्बा यह जानते थे कि देश व समाज की वास्तविक उन्नति तब तक नही हो सकती , जब तक देश का बच्चा बच्चा जाति, पाती के बंधनों से मुक्त नही हो पाता, साथ ही देश की नारियां समाज के प्रत्येक क्षेत्र में समान अधिकार नही पा लेती थी तक उनका विकास नही हो सकता।

   तहसील के कार्यकारी अध्यक्ष व कार्यलय सचिव भुखन पटेल ने भी सम्बोधित करते हुये कहा कि महात्मा ज्योतिम्बा फुले जी भारतीय नव युवकों का आह्वान किया कि वे देश , समाज, संस्कृति को सामाजिक बुराइयों तथा अशिक्षा से मुक्त करें, और एक स्वस्थ्य , सुंदर, सुदृढ समाज का निर्माण करें। मनुष्य के लिये समाज सेवा से बढ़कर कोई धर्म नही है, इससे अच्छी ईश्वर सेवा कोई नही है, कहा है। हम सबको भी महात्मा ज्योतिबा फुले जी के जीवन को आत्मसात करने पर बल देना होगा। उक्त कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र पटेल ने किया, आभार व्यक्त किशोर पटेल ने किया।

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