आला रे आला मुख्यमंत्री के नाम पर पीडब्ल्यूडी का फिर से घोटाला,लोग गिर रहे थे गढ्ढे में लेकिन कभी इस ओर ध्यान नहीं गया,मुखिया जी गरियाबंद जिला क्या आ गया,गढ्ढे फिर से पटने लगा,आखिर ये कैसा विभाग जो मंत्री जी के आने पर ही काम करता है?... - Savdha chhattisgarh
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आला रे आला मुख्यमंत्री के नाम पर पीडब्ल्यूडी का फिर से घोटाला,लोग गिर रहे थे गढ्ढे में लेकिन कभी इस ओर ध्यान नहीं गया,मुखिया जी गरियाबंद जिला क्या आ गया,गढ्ढे फिर से पटने लगा,आखिर ये कैसा विभाग जो मंत्री जी के आने पर ही काम करता है?...

 


परमेश्वर कुमार साहू @गरियाबंद।मुख्यमंत्री के गरियाबंद जिले आगमन से विभाग के अधिकारियों का खौफ साफ तौर पर दिखाई दें रहा है।पहले जंहा आम जनता पीडब्ल्यूडी के खस्ताहाल सड़क और गढ्ढों में जाकर रोज गिर रहे थे और बोल रहे थे की साहब इन गढ्ढों को पाट दो।लेकिन इसको सुनने वाला कोई नही था। अब ये सड़को का गढ्ढा मुखिया जी के आगमन से पटने लगा है।आखिर ये पट क्यों रहा है क्या,मुखमंत्री को सरल और सुविधाजनक देने के लिए या फिर  मुखिया जी के नाम पर घोटाला करने के लिए।ये वाक्या गरियाबंद जिले के राजिम छुरा मुख्य मार्ग में देखने को मिल रहा है।जो दिलचस्प और हास्यप्रद है।क्योंकि जब भी मुखिया आता है तभी गढ्ढे पटते है।वरना किसी की मजाल नहीं की इन सड़कों को सुधरवा सके।क्योंकि विभाग  न जनता की सुनता है और न ही विधायक सहित किसी नेता जन प्रतिनिधि का। अब मुखिया जी आ रहे है तो पीडब्ल्यूडी विभाग को भ्रष्टाचार करने का एक और मौका मिल गया है और सड़को का पेंच कार्य शुरू कर दिया है।जिसे विभाग का लापरवाह इंजीनियर केपी साकरिया पहले से कार्य होना बताकर अपना दुखड़ा सुनाने में लगा है।राजिम से छुरा मुख्य मार्ग में सीएम भूपेश बघेल के आगमन से पेंच कार्य मतलब गढ्ढों को भरने का काम हो रहा है।लेकिन साइड सोल्डर में कुछ भी काम नहीं हो रहा है।बहरहाल मुखिया जी के आगमन से ये तो पता चल रहा है की अधिकारियों ने कितना खौफ है।अगर सीएम जी को इसकी शिकायत हुआ तो मुखिया जी जबरदस्त क्लास भी ले सकते है।वही राजिम से फिंगेश्वर मार्ग में अब विभाग अपना काम शुरू कर  गढ्ढों को पाटने और रिपेयरिंग में लगे है।ताकि इस मौके का फायदा उठाकर फिर से अपना कारनामा कर सके।

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