महासमुंद जिले के कौंदकेरा और सोरिद में सेल्समैन ने गरीबों के हक में डाला डांका, पीएम राइस में जमकर हेराफेरी कर 5 किलो अतिरिक्त चांवल को खा गए जिम्मेदार,कवरेज करने गए मीडिया पर किया हमला
महासमुंद ।महासमुंद जिले में खाद्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों की वजह से गरीबों को पीडीएस जैसी महत्वपूर्ण योजना का पूरा लाभ नही मिल पा रहा है।सेल्समेन द्वार गरीबों के हक में डांका डाल शासन की योजना को पलीता लगाने में लगा है।इस तरह का खेल महासमुंद जिले में खूब चल रहा है।लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों को भी इस ओर झांकने तक की फुर्सत नही है।जिसके चलते जि़म्मेदार अपनी मनमानी पर उतर आए है और इस मामले को उजागर करने वाले मीडिया कर्मियों पर हमले करने से भी गुरेज नहीं कर रहे है।
महासमुंद जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सोरिद और कौंदकेरा पीडीएस दुकान में सेल्समैन राजीव चंद्राकर और फत्ते राम निर्मलकर द्वारा गरीबों के हक में डांका डालकर राशन कटौती कर दिया जा रहा है।शासन द्वारा मई महीने में अंत्योदय और प्राथमिकता राशन कार्ड धारियों को प्रति सदस्य 5 किलो अतिरिक्त चांवल देने एक बड़ी पहल किए थे।लेकिन उक्त सेल्समेनों द्वारा इस योजना को बंटाधार कर गरीबों के राशन में कटौती कर दिए ।जिसके चलते उपभोक्ता शासन की इस योजना से वंचित हो गए। सोरिद के सेल्समैन ने तो शासन की योजना को फेल करने ऐसा ताना बुना की पीएम राइस की योजना का अतिरिक्त चांवल को गरीबों वितरण ही नही किए और इस योजना के चांवल को अकेले डकार गए।
आपको बता दे की इन सेल्समेनों द्वारा सारे नियम कानून को ताक में रखकर हितग्राहियों से अंगूठा लेकर केवल राज्य शासन द्वारा दिए जा रहे चांवल बस को वितरण किया और अतिरिक्त चांवल को दिए ही नही।जबकि अतिरिक्त चांवल को ई पोस मशीन में ऑनलाइन चढ़ा भी दिया।इस प्रकार इन जिम्मेदारों द्वारा गरीबों के हक में डांका डाल कर अतिरिक्त राशन को अमानत में खयनात कर दिया।जो उपभोक्ताओं के राशन कार्ड में स्पष्ट दिख रहा है। जंहा अतिरिक्त राशन का किसी भी प्रकार से उल्लेख नहीं है और हितग्राही भी इस योजना से अनजान है।इस मामले को लेकर मीडिया की टीम ने पड़ताल किया और लोगो से जानकारी लिया तो राशन वितरण में एक बड़ा हेराफेरी का मामला सामने आया।इसके बावजूद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को एसी रूम से बाहर निकलकर झांकने तक की फुर्सत नही है।
पीडीएस मामले की पड़ताल करने पहुंचे मीडिया टीम के महिला पत्रकार पर सेल्समैन ने किया हमला
आपको बता दे की महासमुंद जिले में चोरी भी और सीना जोरी का खेल खूब चल रहा है।जिला प्रशासन की नाकामी के वजह से अवैध कार्य करने वालो का बोलबाला है।राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने से अवैध कारोबारियों और योजनाओं में गड़बड़ी करने वालो पर कार्यवाही नही हो पा रही है।जिसके चलते इनके हौसले इतने बुलंद है की मीडिया पर ही हमला करने लगा है। जंहा मीडिया की स्वतंत्रता पर सीधे तौर पर सवाल खड़ा होने लगा है। जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम सोरिद और चोरभठ्ठी में निर्धारित समय सीमा से पहले स्कूल बंद होने की जानकारी पर मीडिया की टीम पड़ताल करने पहुंचे थे।मार्ग से गुजरने के दौरान ग्राम पंचायत कौंदकेरा के आश्रित ग्राम बनसिवनी में दर्जनों महिलाओं को बर्तन लेकर पानी के लिए जाते देखे जाने पर मीडिया द्वारा जानकारी लिया गया। जंहा दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने पेयजल की विकराल समस्या को बताया।मीडिया द्वारा पंचायत क्षेत्र में संचालित शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी लिया गया।जिसमे पीडीएस को लेकर खास तौर पर महिलाओं से चर्चा किया गया। जहा पड़ताल के दौरान सेल्समैन द्वारा राशन कटौती कर राशन कार्ड में योजनाओं के उल्लेख में भारी त्रुटि बरता गया है।जिसकी जानकारी व पक्ष जानने मीडिया द्वारा सेल्समैन राजीव चंद्राकर को फोन से जानकारी लेने पर कौंदकेरा में आने की बात कही।
जब पीडीएस के बारे में और शासन द्वारा गरीबों के लिए दिए गए अतिरिक्त राशन के बारे में सेल्समैन राजीव चंद्राकर से सवाल किया गया तो आवेश में आकर बात करने लगे और अभद्रता पूर्ण व्यवहार व गाली गलौच करते हुए फुटेज बना रहे हमारे महिला पत्रकार के मोबाइल को हाथ से छीनकर फेंक दिए।इतना ही नहीं महिला पत्रकार के बाल को पकड़कर मारपीट भी किए और धौंस दिखाते हुए व जान से मारने की धमकी भी दिए।जिसकी लिखित शिकायत महासमुंद सिटी कोतवाली में किया गया है।जिस तरह से एक महिला पत्रकार के ऊपर इस तरह का हमला किया गया उससे साफ जाहिर है की जिले में अवैध कार्य में लिप्त लोगो को कानून का तनिक भी भय नहीं है।
वही इस मामले को लेकर जिला खाद्य अधिकारी एक्शन मुड़ में है।फूड आफिसर द्वारा पीडीएस मामले में जांच के आदेश दे दिए है।