फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट तरुण बिरला का संरक्षण:गरियाबंद जिले में नहीं थम रहा अवैध गुटखे का कारोबार, बोरसी(बरभांठा) निवासी उगे राम साहू गुटखा नहीं कैंसर जैसी मौत बेच रहा है,विभाग और जिला प्रशासन की मेहरबानी,विभागीय अधिकारी को मिलता है हर महीना पहुंच सेवा मुंहमांगी कमीशन - Savdha chhattisgarh
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फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट तरुण बिरला का संरक्षण:गरियाबंद जिले में नहीं थम रहा अवैध गुटखे का कारोबार, बोरसी(बरभांठा) निवासी उगे राम साहू गुटखा नहीं कैंसर जैसी मौत बेच रहा है,विभाग और जिला प्रशासन की मेहरबानी,विभागीय अधिकारी को मिलता है हर महीना पहुंच सेवा मुंहमांगी कमीशन


परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।
तंबाकू युक्त गुटका एवं पान मसाला को प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद गुटका का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे गरियाबंद जिला में तंबाकू युक्त गुटखा युवा,बच्चे,बुजुर्ग,नौजवान सहित महिला को भी इसका आदि कर दिए है।जिस पर अंकुश लगाने जिला प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे है।या यू कहे कि जिला प्रशासन और सरकार गुटखा कारोबारियों के साथ मिलकर लोगो को कैंसर के रूप में मौत बेच रहा है।वही जिले की बात की जाए तो क्षेत्र में सबसे ज्यादा होलसेल बिक्री ग्राम बरभांठा निवासी उगे राम साहू के द्वारा छुरा ब्लॉक सहित पूरे फिंगेश्वर ब्लॉक में घूम घूम कर सारे नियम कायदा कानून की धज्जियां उड़ाते हुए खुलेआम नशीली समान बेच रहे है।वही उसके गृह ग्राम में एक बड़ा गोदाम इस नशीली पदार्थ का है।जिसका तार नवापारा राजिम के एक बड़े भ्रष्ट और अवैध गुटखा कारोबारियों से जुड़ा हुआ है।जो लोगों को जानबूझकर मौत का आमंत्रण दे रहा है।वही ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से तंबाकू मिश्रित गुटके की बिक्री जारी है। गुटका खाना और दूसरों को खिलाना अब फैशन बन गया है। प्रतिबंधित तंबाकू युक्त पान मसाला व गुटका का कारोबार नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा है। गुटके के इस कारोबार में बड़े थोक विक्रेता भी शामिल हैं। अधिकांश छोटे-बड़े किराना दुकान व पान की दुकानों पर आसानी से लोगों को तंबाकू युक्त गुटखा उपलब्ध है। पान की दुकानों में भी गुटखे की लड़ियां सजा के रखी जाती है। लेकिन इसका कारण बड़े अवैध कारोबारी है।वहीं दूसरी ओर लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार गुटखा एवं पान मसाला के निर्माण, भंडारण, वितरण, प्रदर्शन, खरीद-बिक्री और परिवहन पर 10 जून 2019 से ही प्रतिबंध घोषित है। हालांकि खुलेआम हो रही बिक्री को रोकने के लिए अभी तक कोई अभियान नहीं चलाया गया। जिसके कारण इस धंधे में लिप्त अवैध कारोबारियों के इरादे बुलंद है। गुटखे की बिक्री प्रतिबंधित होने के बावजूद क्षेत्र में तंबाकू मिश्रित गुटके की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। मुनाफाखोर अपनी जेब भरने के लिए सर्वाेच्च न्यायालय के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न नामों के तंबाकू युक्त पान मसालों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। इस मामले पर जल्द और बड़ा खुलासा होगा।खुलासा बोरसी के सेलर सहित नवापारा राजिम के कैंसर व्यापारी पर होगा।जब मामले पर उक्त गुटखा व्यापारी से बात कर उनका जानने प्रयास किया गया तो उन्होंने शिष्टाचार जैसे शब्दों की बात कहकर   टालमटोल किया।वही मामले को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारी तरुण बिरला से जानकारी लेने फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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