बंगाली झोलाछाप डॉक्टर ने ग्राम खडमा में सार्वजनिक तालाब और सड़क की जगह पर अवैध कब्जा कर बना लिया मकान,पंचायत और सड़क विभाग की नोटिस हो गया नाकाम, जिम्मेदारो की लापरवाही ने सार्वजनिक स्थल को चढ़ा दिया अतिक्रमण की भेंट, क्या बंगाली डॉक्टर भी रखता है बड़ा एप्रोच,आखिर किसका संरक्षण बड़ा सवाल...
परमेश्वर कुमार साहू @छुरा। गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक में जल,जंगल की जमीन में अवैध कब्जा की किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे।लेकिन तालाब के मेड और सड़क विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा और निर्माण के बारे आप विरले ही सुनें होंगे।जी हां ये कारनामा कर दिखाया है बंगाल से जिले के छुरा ब्लॉक के ग्राम खडमा में आए झोलाछाप डॉक्टर ने कर दिखाया है।जो कई सालो से इस ग्राम में जमे हुए है।झोलाछाप की डिग्री बंगाल की और उस डिग्री का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य ग्राम में वर्षो से कर रहा है।जिसने अपने झोलाछाप डॉक्टरी के माध्यम से और अवैध रूप से क्लीनिक संचालन व इलाज से इतना कुबेर इकठ्ठा कर लिया की इसके सामने स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित जिले के अफसर भी नतमस्तक हो गए।वर्षो पहले झोलाछाप डॉक्टर जो बंगाल से झोलाछाप की डिग्री की लेकर एक बड़े आबादी वाले ग्राम को चुना और अपना कब्जा जमाने में भी कामयाब हो गए।कब्जा भी ऐसा जमाया की जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतना ही कम है।फिर भी डाक्टर साहब ने धीरे धीरे सबको काबू कर कामयाबी हासिल कर लिया।जो आज साफ झलक रहा है।अगर यही कामयाबी स्थानीय व्यक्ति उठा ले तो टांग खींचना शुरू हो जाता है।लेकिन हमारा छत्तीसगढ धान के कटोरा के साथ साथ दूसरे राज्य के लोगो के प्रति सहानुभूति रखने के अलावा उनके हर मुरीद भी पूरा करते है इसी वजह से बोला जाता है छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
अब मामले पर बात करते है।आपको बता दे की छुरा ब्लॉक के ग्राम खडमा में पलाश कुमार विश्वास जो एक बंगाली डॉक्टर है। जो बंगाल की झोलाछाप डॉक्टर की डिग्री लेकर यहा आए थे।जिसका डॉक्टरी स्वास्थ विभाग की सह पर नियम विरुद्ध खूब चला और उसने अपने अवैध कमाई से धन इतना बटोरा की उक्त ग्राम में स्थित सार्वजनिक तालाब के मेड में ही अवैध कब्जा कर आलीशान घर बना डाला।इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के जमीन को भी हथिया लिया।क्योंकि झोलाछाप डॉक्टर साहब वह रहकर सारा गुर सीख लिया।सड़क विभाग एव पंचायत द्वारा अतिक्रमण हटाने नोटिस भी दिया गया।लेकिन किसी की क्या मजाल की इसको हटा सके।क्योंकि डॉक्टर की पहुंच स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों से भी सेटिंग रखने की ताकत है।क्योंकि हरे पत्ते के सामने सब झुक जाते है।एक लंबे समय से बंगाली डॉक्टर पलाश कुमार विश्वास द्वारा सारे नियमो के विपरित अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहे है और हर प्रकार के बीमारियों का भी इलाज कर रहे है।जिसकी लिखित शिकायत एसडीएम व बीएमओ छुरा से भी हो चुका है।लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है।शिकायत को लेकर अधिकारी गंभीर दिखाई नही दे रहे है।अतिक्रमण के मामले में सरपंच ने कुछ माह पहले संबधित को नोटिस देने की बात कहे थे।लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नही हुआ है।बता दे की उक्त बंगाली झोलाछाप डॉक्टर पर बीते कुछ वर्ष पहले स्वास्थ विभाग ने कार्यवाही कर उक्त क्लीनिक को सील किया था।लेकिन एक बार फिर इसने अपना गोरखधंधा शुरू कर दिया है।वही इस मामले पर छुरा एसडीएम ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है।