वाह रे शिक्षा व्यवस्था:फिंगेश्वर ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक शाला सरकड़ा के एचएम और शिक्षक समय पूर्व स्कूल में ताला बंद कर मिले नदारद ,बच्चो को पढ़ाने कि जहमत तो नही उठा पा रहे है शिक्षक, लेकिन डीईओ के समारोह के नाम पर फालतू घूमने का ले रहे है आनंद
. स्कूल में आधा घंटा पहले ताला बंदी ,लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मॉनिटरिंग के नाम पर बर्बाद कर है सरकार का डीजल पेट्रोल,मीडिया का सवाल सुनकर भाग खड़े हुए जिम्मेदार अधिकारी और दिखाने लगे धौंस.
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद। शासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और शिक्षा के स्तर को उठाने तरह तरह के जतन कर रहे है।लेकिन जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी मॉनिटरिंग के नाम पर केवल सरकार की डीजल पेट्रोल को बर्बाद करने में लगे है।गरियाबंद जिले में शिक्षा की लचर व्यवस्था इतनी भयावह हो चुकी है की गुरुजी केवल नाम का रह गया है इन्हे बच्चो की शिक्षा और इनके भविष्य के साथ साथ शासन के योजनाओं के प्रति कोई सरोकार नहीं है ।इनकी लापरवाही का आलम ये है की ये शासन द्वारा निर्धारित समय से पहले स्कूल में ताला बंद कर गायब हो रहे है।
कुछ ऐसा ही मामला गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक के आखरी छोर पर स्थित पूर्व माध्यमिक साला सरकडा में देखने को मिला।जहां गैरजिम्मेदार और लापरवाह शिक्षक अपने कर्तव्यों के विपरित कार्य करते हुए और बच्चो को शिक्षा से वंचित करते हुए साहब के समारोह में डींगे मारने गए थे।इस मामले को लेकर आज 3:30 मिनट में जब मीडिया की टीम पड़ताल करने सरकड़ा के माध्यमिक शाला पहुंचे तो स्कूल में ताला लगा हुआ मिला। जिसमे स्कूल के बच्चे सहित शिक्षक भी गायब मिला, उक्त स्कूल में पांच शिक्षक पदस्थ हैं,जिसमे सभी स्कूल से गायब थे और ताला लगा हुआ था।
जब मामले की जानकारी लिया गया तो शिक्षक साहब लोग बच्चो को पढ़ाने छोड़ कर विभाग के गैर जिम्मेदार अधिकारी के कार्यक्रम में जाने की जानकारी मिली।,अब सवाल ये उठता है की समाज में सबसे शिक्षित और समाज को आईना दिखाने वाले शिक्षक अपने कर्तव्यों के विपरित कार्य करते हुए गैर जिम्मेदाराना कार्य करने में लगे है,भले ही शासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने इन शिक्षकों को भारी भरकम वेतन दे रहे है। लेकिन इनकी मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रहा है,आखिर ये काहे का गुरुजी? जबकी ये खुद न तो नियम और अनुशासन का पालन नहीं कर पा रहा है ,तो क्या खाक बच्चो को बेहतर शिक्षा दिला पाएंगे ?वही जब मीडिया की टीम पड़ताल के दौरान स्कूल के परिसर में ही खड़े थे , तभी सीजी 025538 की एक चार पहिया वाहन स्कूल पहुंचे जिसमे छत्तीसगढ़ शासन लिखा हूआ था ,उक्त गाड़ी को देख कर जब मीडिया द्वारा पीछे में बैठे अधिकारी को ये पूछा गया की क्या आप शिक्षा विभाग से हो तो उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी और 10 दिन पहले ज्वाइन किया हुआ बोला।जब समय पूर्व स्कूल बंद होने बारे में सवाल किया गया तो कैमरे से बचते हुए इसी मामले में पड़ताल करने की बात की जिसका फुटेज बनाया मीडिया द्वारा बनाया गया।जैसे ही गाड़ी बाहर निकला फिर उसमें बैठे अधिकारी उल्टे ही पत्रकारों से पहचान होने की बात करते हुए कवरेज करने वाले मिडियाकर्मी को नसीहत देने लगे और अपने ड्राइवर से वीडियो बनवाने में लगे थे।जब शिक्षा व्यवस्था को और सवाल किया तो जवाब देने के बजाय उक्त अधिकारी भाग खड़े हुए।वही जब एचएम से बात किया गया तो उन्होंने अपने संकुल समन्वयक को फोन पकड़वा दिया और सवाल करने पर फोन काट दिया।इस मामले को लेकर फिंगेश्वर बीईओ को भी किया गया लेकिन उन्होंने फोन उठाया जरूरी नहीं समझा।
वर्जन
इस तरह की कोई जानकारी मुझे नही है ,आपके द्वारा मुझे जानकारी मिली है, मामले की जांच करवाता हूं ।
प्रभात मालिक कलेक्टर गरियाबंद।