बुजुर्ग गरीब और असहाय महिला को 2 साल से 35 किलो के जगह दे रहे केवल 10 किलो चांवल,महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के आखिरी छोर में शासन की योजना का नही मिल रहा लाभ, जि़म्मेदार डाल रहे गरीब के हक में बड़ा डांका। - Savdha chhattisgarh
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बुजुर्ग गरीब और असहाय महिला को 2 साल से 35 किलो के जगह दे रहे केवल 10 किलो चांवल,महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के आखिरी छोर में शासन की योजना का नही मिल रहा लाभ, जि़म्मेदार डाल रहे गरीब के हक में बड़ा डांका।

 

 


Saawdhan chhattisgarh news महासमुंद ।महासमुंद जिले में शासन की योजनाओं का बुरा हाल है।शासन द्वारा गरीबों के लिए पीडीएस जैसे महत्वपूर्ण योजना बनाकर एक रूपए में व निशुल्क राशन उपलब्ध कराकर जरूरत मंदो को राशन प्रदान करने हर पुरजोर कोशिश कर रहे है।ताकि कोई भी भूखा न रहे।लेकिन महासमुंद जिले में जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते गरीबों को योजना का लाभ नही मिल रहा है और उनके हक में सेल्समैन द्वारा डांका डाल पेट में लात मारने से भी गुरेज नहीं कर रहे है।

जिले के सरायपाली ब्लॉक के  आखिरी छोर में स्थित परसकोल और लांती में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला देखने को मिला। जहा 70 साल के बुजुर्ग और गरीब महिला को 35 किलो के जगह केवल 10 किलो चांवल कई सालो दिया जा रहा है।बाकी का राशन सेल्समैन खा रहा है।शासन की योजना के तहत इस गरीबों को अंत्योदय कार्ड जारी किया गया है।ताकि इनको सस्ते दाम में भरपूर राशन मिल सके।लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते ये गरीब दाने दाने को मोहताज है।इसके पास ने खेती है न बड़ी और न कोई आय का साधन।दो वक्त के खाने के इंतजाम करना भी इसके लिए बड़ा मुश्किल है। सेल्समैन लखन नायक और देवेंद्र पटेल द्वारा इंसानियत के विपरित कार्य कर गरीब और बुजर्गो का राशन हेराफेरी कर इन्हे शासन की योजना से वंचित कर योजना को फेल करने में लगे है।इनके द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत उपभोक्ताओं को प्रति सदस्य 5 किलो मिलने वाले अतिरिक्त राशन को भी डकार गए।लेकिन विभाग में जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारियों को योजनाओं की मोनिटरिंग के लिए भी फुर्सत नही है।जिसके चलते सेल्समैन द्वारा मनमानी करते हुए  गरीबों के हक में कटौती कर शासन की योजना को पलीता लगाने में लगे है।

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