खबर का सच:पत्रिका में एक तथाकथित पत्रकार ने गोटालेबाज सचिव संतोष यादव का पक्ष लेकर जनता को कर रहे है गुमराह
ग्राम विकास की राशि पंचायती राज अधिनियम के सारे नियम विरुद्ध हुआ है भुगतान,जिसका सारा सबूत मीडिया के हाथ लगा है,सीईओ ने दिए जांच के आदेश
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।जिले के छुरा ब्लॉक के ग्राम गाड़ाघाट के सचिव द्वारा पंचायती राज अधिनियम के सारे कानून के विपरीत ग्राम विकास की राशि में जमकर हेराफेरी किया है।वही कुछ वर्ष पहले उक्त सचिव ग्राम पंचायत फुलझर में पदस्थ थे जहा शासन और कानून की नियम की धज्जियां उड़ाते हुए उपसरपंच, पंच और अन्य फर्जी फर्म के नाम से फर्जी भुगतान कर शासन को चुना लगाया है और अब प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कह रहे है की मेरे ऊपर लगाए गए आरोप झूठे है।वही पत्रिका के तथाकथित पत्रकार द्वारा बिना वास्तविकता जाने उसका पक्ष लेकर आम जनता को खबर के माध्यम से गुमराह करने का प्रयास कर रहे है और सचिव के कहने पर लिख रहे है एक साल में 26 लाख की राशि नही आता।जबकि हमारे द्वारा खबर में उसके द्वारा 12 वर्षो में ग्राम पंचायत फुलझर और गाड़ाघाट में की गई ग्राम विकास की राशि में हेराफेरी का खबर पोर्टल में चलाया गया।वही आपको बता दे की उक्त मामले में जनपद सीईओ छुरा द्वारा टीम गठित कर जांच के आदेश दे चुका है और वही उच्च जांच के लिए पंचायत एव ग्रामीण विकास विभाग इंद्रावती भवन को भी लिखित शिकायत हो चुका है।शासकीय राशि और अपने पद के गरिमा के विरुद्ध लाखो की राशि का गबन करने के बाद भी उक्त सचिव द्वारा सीना जोरी का कार्य किसी महान व्यक्ति के इशारे और उसके मार्गदर्शन में होने जैसा प्रतीत हो रहा है।जो गलियां और गांव गांव गूंज रहा है।जिसके बारे में सबको पता है।लेकिन हां वो ऐसे व्यक्त्तिव के धनी है जो सामने आकर कभी वार नही करते जबकि अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकते है।
जनपद सीईओ को शिकायत और और खबर से बौखलाए सचिव ने दिया था धमकी,लेकिन साहेब आपका खबर चलाए और शिकायत करे तो तारीफ तो नही करोगे..
मामले में आपको बता की ग्राम पंचायत गाड़ाघाट और फुलझर को लेकर खबर प्रकाशन और शिकायत किया गया है।जिससे बौखलाए सचिव द्वारा मीडिया को ही धमकी देकर कहने लगे की तुम अगर उस रास्ते से गुजरेगो या फिर गांव में आओगे तो तुम्हारा क्या हाल होगा।जबकि उक्त सचिव द्वारा पंचायती राज अधिनियम के खिलाफ गलत तरीके से भुगतान कर शासन और जनता को चुना लगाने का कार्य किया है।जबकि वो राशि ग्राम व जनता के विकास के लिए मिला था।जिसमे जमकर हेराफेरी कर ग्राम विकास की राशि में हरफेरी किए है और एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने ऊपर लगे आरोप जूठा बताकर सारे दस्तावेजी सबूत को झुठलाने का प्रयास कर रहे है।वही इस मामले में जांच टीम भी गठित हो चुका है।जो सचिव के सभी कारनामों को साबित करेगा।
वर्जन
मामले में जांच की आदेश सीईओ छुरा द्वारा आदेशित हो गया है, शुक्रवार को जांच होगा।
राजकुमार साहू,करारोपण अधिकारी,छुरा