लाखो रूपए खा गए सचिव,अब सचिव संतोष यादव कह रहे है कि गाड़ाघाट के रास्ते से गुजरोगे या गांव में आएंगे तो तेरा क्या हश्र होगा
Friday, 12 July 2024
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ग्राम विकास और जनता की राशि में बड़ा डांका,पंचायती राज अधिनियम के विरुद्ध बड़ा कारनामा,दिया बड़ा धमकी,पढ़े पूरी खबर...
परमेश्वर कुमार साहू@गरियाबंद।गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक छुरा में पंचायती राज अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।जिसमे जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता।जिसके वजह से शासन द्वारा ग्राम विकास के लिए ग्राम पंचायत को दिए जा रहे राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है और सचिव माला माला होते जा रहे है व हकीकत ये है की गांव व पंचायत में कोई भी विकास कार्य नही दिख पा रही है।
कुछ ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत गाड़ाघाट का है जहा जिम्मेदार पद पर पदस्थ सचिव संतोष यादव द्वारा शासन द्वारा ग्राम विकास के लिए राशि में हेरा फेरी करते हुए फर्जी बिल के माध्यम से लाखो रुपए की राशि नियम विरुद्ध भुगतान किए है।आपको बता दे की विश्व स्तरीय महामारी कोरोना काल के दौरान जब पूरे आवाम डर से घरों में दुबके थे,तो सचिव के लिए पूरा दुकान खुला हुआ था।जबकि पूरे देश भर में इमरजेंसी सुविधा को लेकर सभी दुकान बंद था।वही छुरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत फुलझर में लाखो रुपए की हेरा फेरी का मामला सामने आया है।जिसकी लिखित शिकायत जनपद पंचायत छुरा को किया जा चुका है।जब इस मामले सचिव संतोष यादव को उनका पक्ष जानने फोन किया गया तो उन्होंने धमकी देते हुए कहा की गाड़ाघाट के रास्ते से गुजर कर देखो या फिर गांव में आकर देखो तुम्हारा क्या हश्र होगा।आखिर सवाल ये है की लाखो रूपए की हेरा फेरी करने के बाद भी चोरी और सीना जोरी का आडिया कहा से आता है।पत्रकारों को इस तरह की धमकी देना छुरा ब्लॉक में कोई आम बात नही है।कभी कभी तो पत्रकारों को फर्जी भी बोल दिया जाता है।आपको पुनः बता दे की सचिव संतोष यादव शुरू से ही भ्रष्टचार में संलिप्त है ।जिस पर उचित कार्यवाही विभाग से नही होने से इसके हौसले बुलंद है और मीडिया को भी धमकाने से गुरेज नहीं कर रहा है।मामले में लापरवाही इस कदर है की शासन की राशि को डकारने के मामले में उक्त सचिव को जेल के सलाखों में भेजने की सजा भी कम है।क्योंकि उन्होंने जनता और शासन की योजना के साथ बड़ा खिलवाड़ किया है।इस मामले को लेकर थाना पांडुका को भी फोन किया गया।लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
वर्जन
मामले की शिकायत की जानकारी है।जल्द ही टीम गठित कर जांच किया जायेगा।जांच में अगर दोषी पाया गया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रूपकुमार ध्रुव,सीईओ छुरा
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