सिमगा ब्लॉक में बड़ा चांवल घोटाला,जिम्मेदार अधिकारियों के संरक्षण में गरीबों के हक में बड़ा डकैती,गरीबों का चांवल बेच खा गए जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी
रायपुर ।sawdhanchhtishgadhnews@।
शासन द्वारा गरीबों के लिए बनाई गई महत्वपूर्ण पीडीएस योजना में जमकर हेराफेरी करने का मामला प्रकाश में आया है।जिसमे योजना के तहत राशन कार्डधारीयो को मिलने वाले अतिरिक्त चांवल में विभाग के लापरवाह और भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में सेल्समैन द्वारा एक बड़ा घोटाला किया गया है।शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ हितग्राहियों को नही मिल पाया।इस योजना का पूरा चांवल अधिकारी और सेल्समैन ने मिलीभगत कर डकार गए है।
सिमगा ब्लॉक मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर विश्रामपुर(ढुकेना) सहकारी समिति के अंतर्गत लिमतरा पीडीएस दुकान में सेल्समैन द्वारा भारी लापरवाही बरतते हुए शासन की योजना के तहत उपभोक्ताओं को मिलने वाले अतिरिक्त चांवल में जमकर कटौती किया गया।जिससे हितग्राहियों को शासन से मिलने वाले पीएम गरीब कल्याण योजना का अतिरिक्त चांवल हितग्राही को नही मिल पाया और इस योजना का पूरा आवंटन सेल्समैन अधिकारियों के साथ सांठ गांठ कर बेच खा गए।जिससे शासन की योजना को एक बड़ा पलीता लगा है।शासन द्वारा जिस उद्देश्य से पीडीएस जैसे इतने बड़ी योजना बनाए उसको लापरवाह अधिकारी ,कर्मचारी पूरी तरह फेल करने में लगा है।
आपको बता दे की लिमतरा पीडीएस दुकान में पदस्थ सेल्समैन पवन टंडन की पत्नी वर्तमान में जनपद सदस्य के जिम्मेदार पद पर है।जिसके वजह से सेल्समैन द्वारा धौंस दिखाकर गरीबों का राशन लूटने में लगा है।इस पूरे मामले में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता ।क्योंकि इतनी बड़ी लापरवाही हो और जिम्मेदारो को पता न हो ये किसी के गले से नही उतरेगा।कुल मिलाकर कहा जाए कि विभाग के सह पर ही चांवल घोटाला और अमानत में खयानत का खेल खूब चल रहा है।इस सहकारी समिति अंतर्गत अभी कई ऐसे मामले है जिससे आम जनता अभी अनजान है।सहकारी समिति विश्रामपुर घोटाला करने का गढ़ बन गया है।जिस बहुत सारा खुलासा जल्द होगा।
जब इस मामले को लेकर सेल्समैन पवन टंडन से उनका पक्ष जानने फोन किया गया तो उन्होंने मीडिया को धौंस दिखाते हुए कहा कि सभी लोग वितरण नही किए है तो मैं भी वितरण नही किया हु।वही समिति प्रबंधक सुरेश साहू इस मामले में गोल मोल जवाब देते हुए अपने कर्मचारियों को बचाने में लगे है।
खाद्य निरीक्षक का कार्य सवालों के घेरे में
शासन द्वार जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को पीडीएस जैसे महत्वपूर्ण योजना की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपे है।वो अपने दायित्वों के विपरित कार्य कर लापरवाह सेल्समैन को सह देने में लगे है और मॉनिटरिंग के नाम पर केवल कागजी घोड़े दौड़ाने में लगे है।इन लापरावाहों द्वारा योजना की कोई मॉनिटरिंग नही कर रहे है।क्योंकि इनका हिस्सा तो इन्हे मिल ही जा रहा है।सिमगा ब्लॉक में खाद्य निरीक्षक के पद पर भुनेश्वर सोरी है। जिसके द्वारा योजना को लेकर किसी भी तरह से मॉनिटरिंग नही किया जा रहा है।जिसके चलते गरीबों को योजना समुचित लाभ नही मिल पा रहा है।वही खाद्य निरीक्षक मीडिया का फोन भी नही उठा रहे है।जबकि इस मामले की जानकारी देने उनको दर्जनों बार फोन किया जा चुका है।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी द्वारा फोन उठाना जरूरी नहीं समझता।जिस तरह से सिमगा ब्लाक में चांवल वितरण में गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।उससे खाद्य निरीक्षक की भूमिका भी संदेह के दायरे में है।इस मामले को लेकर मीडिया द्वारा लगातार पड़ताल किया जा रहा है।जल्द ही मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को देकर,इन गैरजिम्मेदारो के करतूतों को उजागर कर सामने लाया जाएगा।