गाँव के विकाश के नाम मे निकलवा रहे थे ढाई साल से रेत खनिज सम्पदा की चोरी कर लगाया लाखो का चुना
ग्राम पंचायत सरकड़ा में खनिज विभाग भी मेहरबान है।।
परमेश्वर कुमार साहू sawdhan chhattisgarh news @पाण्डुका। हमेशा सुर्खियों में रहने वाला ग्राम पंचायत सरकड़ा में ढाई साल तक बिना किसी कागजात रॉयल्टी दस्तावेजों के खनिज सम्पदा की लूट की जिसमे गांव का विकाश का ढिंढोरा पिटता रहा लेकिन गांव की साफ सफाई मार्ग को नही बनाया गया वही पिछले ढाई सालो से रेत की चोरी करवाने में गांव के मुख्या द्वारा प्रति ट्रेक्टर 200 रुपये लिया जाता था जिसमे एक दिन में लगभग 25 से 30 गाड़िया निकलती थी। जिसका सारा पैसा पंच के माध्यम से सरपँच ताम्रज कँवर के पास जमा होता था। उसके बाद भी ग्राम पंचायत के द्वारा रोड की मरम्मत नही कराई जा सकी वही ज्यादा मात्रा में गाड़िया निकलने के कारण मार्ग में गड्ढे ही गङढ़े पड़ गए जिसके कारण टिकरापारा मोहल्ला के रहवासियों को चलने में काफ़ी दिक्कत होने लगा वही ज्यादा गाड़ी चलने से जगह जगह गड्ढा होने के कारण सरपँच द्वारा कही कही पर मुरम की जगह रेत डलवाया गया जबकि इन जगहों में मुरम ही डलवाना था। लेकिन सरकारी खजाना को अपनी सम्पति समझ रेत निकालता रहा और गड्ढों में रेत डलवा कर मार्ग बनाया टिकरापारा के ग्रामीणों को रास्ता खराब होने के कारण अभी भी परेशानीयो का सामना करना पड़ रहा । हालांकि खबर प्रकाशन के बाद सरपँच अपनी लाज बचाने चोरी का खुलासा उजागर न हो इससे बचने के लिये रेत का पैसा लेना बंद कर दिया और कुछ दिन पूरी तरह बन्द कराया गया। जिसको कुछ दिनो पश्चात रेत की चोरी फिर शुरू हो गयी। चुकी इस बार पंचायत द्वारा पैसा तो नही लिया गया जिसमे सभी फ्री में रेत ले जा रहे जो पाण्डुका क्षेत्र में अच्छी क्वालिटी का रेत माना जाता है जो रायपुर, दुर्ग, भिलाई तक जाता है। वही इसमे अब ज्यादा ट्रेक्टर निकलने के कारण रास्ता पूरी तरह दलदल में तफदील हो गई है जिससे ट्रेक्टर को छोड़कर दूसरे गाड़ियों का निकलना और टिकरापारा मोहल्ला वाले लोगो का घर से निकलना मुश्किल सा हो गया हालांकि इससे पहले सरपँच द्वारा आधा अधूरा काम करवाया गया था जिसके बाद फिर से अब बाहर का ट्रेक्टर में रेत निकलने से गड्ढे बड़े हो गए जिसके कारण अब गाड़िया फसने लग गए। वही शाषन के नियमानुसार रेत घाट को बन्द किया गया है लेकिन रेत माफिया सुबह 6 से ही रेत की चोरी करने में लग जाते है अगर देखा जाय तो सरपँच अगर चाहे तो रेत , निकलवाना और रास्ता खराब होंना बन्द करवा सकता है। लेकिन पंचायत मुख्या द्वारा भारी लापरवाही उजगार हो रही है जो ढाई सालो में रेत का चोरी कर गांव का विकाश का ढिढोरा पिटता रहा जिसके चलते अभी जगह जगह मार्ग खराब हो गया जो गांव में देखा जा सकता है।
ढाई साल से रेत चोरी कर ट्रेक्टर से रेत सप्पलाई किया गया जिसके बारे में पूछने पर विकाश की बाते करता है। इससे सरपँच अपनी गलती छुपाने और अपनी बदनामी के डर से कुछ लोगो के साथ मिलकर काम करता आ रहा है जिसका खबर ग्राम के एक प्रतिष्ठित अखबार के संवाददाता द्वारा खबर प्रकाशन किया गया था जिसके बाद सरपंच और अन्य लोगो के द्वारा पत्रकार को ही ग्रामीण मीटिंग में बुलाने का प्रयास किया गया ताकि इससे अपनी गलती छुपा सके और पत्राकारिता के चौथे स्तम्भ को दबाने का प्रयास किया जा सके जिससे साफ पता चलता है कि चापलूसी करने से बाज नही आ रहा।
रेत चोरी के मामले में इससे पहले भी सचिव उमा साहू ने रेत का पैसा पंचायत फंड में जमा नही होने की बात कह चुकी है।
सरपंच का बयान-:
ताम्रज कँवर सरपंच ग्राम पंचायत सरकड़ा का कहना है कि पंचायत में अभी फण्ड नही है फण्ड आएगा तब करवायेंगे और उसका कहना है कि बीच मे विकास के नाम से रेत निकल रहा था उसे ग्राम विकास समिति चला रहा था। आप ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष से बात करलो कहते हुए गोलमोल जवाब देते हुए फोन काट दिया।